India vs England Champions Trophy 2013 Final : क्रिकेट का इतिहास जब भी लिखा जाएगा, तो 23 जून 2013 का दिन हमेशा सुनहरे अक्षरों में दर्ज रहेगा। इस दिन भारतीय क्रिकेट टीम ने इंग्लैंड को उसके घर में हराकर ICC Champions Trophy 2013 अपने नाम की। यह मुकाबला सिर्फ एक जीत नहीं थी, बल्कि भारतीय क्रिकेट की ताकत और धोनी की कप्तानी का सबसे बड़ा सबूत था। इस लेख में हम आपको बताएंगे India vs England Champions Trophy 2013 Final की पूरी अनसुनी कहानी, मैच के हर रोमांचक मोड़, रिकॉर्ड्स और उन फैक्ट्स के बारे में जो शायद आपको पहले नहीं पता थे।
ICC Champions Trophy 2013
ICC Champions Trophy को अक्सर मिनी वर्ल्ड कप कहा जाता है। 2013 का यह संस्करण इंग्लैंड और वेल्स में आयोजित किया गया था। भारत इस टूर्नामेंट में शुरुआत से ही बेहद मजबूत नजर आ रहा था। महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया बैलेंस्ड थी—मजबूत ओपनिंग, मिडिल ऑर्डर में विराट कोहली और सुरेश रैना जैसे भरोसेमंद बल्लेबाज, और गेंदबाजी में अश्विन, इशांत शर्मा और जडेजा जैसे गेंदबाज।
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भारत का टूर्नामेंट में सफर
पहला मैच: भारत vs साउथ अफ्रीका – भारत की जीत
दूसरा मैच: भारत vs वेस्टइंडीज – शानदार जीत
तीसरा मैच: भारत vs पाकिस्तान – भारत की जीत
सेमीफाइनल: भारत vs श्रीलंका – भारत की दमदार जीत
इन जीतों ने साबित कर दिया था कि टीम इंडिया सिर्फ कंटेंडर नहीं बल्कि खिताब की सबसे बड़ी दावेदार है।
फाइनल – 23 जून 2013, एजबेस्टन (बर्मिंघम)
फाइनल मुकाबला इंग्लैंड के एजबेस्टन स्टेडियम में खेला गया। भारतीय फैंस को पूरी उम्मीद थी कि टीम इंडिया इतिहास रचेगी। लेकिन मैच से पहले बारिश ने सबको बेचैन कर दिया। पूरे दिन बारिश होती रही और मुकाबला 50 ओवर से घटाकर 20-20 ओवर का कर दिया गया। इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। भारत का स्कोर: 20 ओवर में 129 रन, 7 विकेट के नुकसान पर। इंग्लैंड को लक्ष्य 130 रन का था। इंग्लैंड की शुरुआत ठीक-ठाक रही। लेकिन भारत के गेंदबाजों ने उन्हें खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा ने स्पिन से इंग्लैंड के बल्लेबाजों को काफी परेशान कर दिया था। लेकिन मैच का टर्निंग पॉइंट इशांत शर्मा का ओवर था। उन्होंने एक ही ओवर में दो बड़े विकेट लिए—इयोन मॉर्गन और रवी बोपारा। अब इंग्लैंड को आखिरी 15 गेंदों पर सिर्फ 20 रन चाहिए थे। ऐसा लग रहा था कि इंग्लैंड जीत जाएगा। लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने हिम्मत नहीं हारी और इंग्लैंड 124 रन पर ऑलआउट हो गया और भारत ने 5 रन से फाइनल जीत लिया।
इस जीत के साथ महेंद्र सिंह धोनी इतिहास के पहले कप्तान बने जिन्होंने तीनों ICC ट्रॉफी जीतीं:
ICC T20 World Cup 2007
ICC ODI World Cup 2011
ICC Champions Trophy 2013
यह पल भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए गर्व का था। धोनी ने फिर साबित कर दिया कि वह सिर्फ एक कप्तान नहीं, बल्कि सबसे महान कप्तानों में से एक हैं।
मैच के हीरो
रविंद्र जडेजा: 33 रन नाबाद और 2 विकेट (मैन ऑफ द मैच)
शिखर धवन: टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी
इशांत शर्मा: उनका एक ओवर मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
2013 का ये फाइनल भारतीय क्रिकेट इतिहास के सबसे शानदार पलों में से एक था। बारिश से प्रभावित इस मैच ने क्रिकेट फैंस को रोमांच से भर दिया। भारत की ये जीत साबित करती है कि टीम चाहे किसी भी परिस्थिति में हो, अगर जज्बा और कप्तान मजबूत हो, तो जीत नामुमकिन नहीं होती है।
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